नीट (NEET) 2025 की परीक्षा खत्म होने के बाद, लाखों मेडिकल उम्मीदवारों की नजर अब कट-ऑफ मार्क्स पर है। खासकर जो छात्र सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS में दाखिला लेना चाहते हैं, उनके लिए कट-ऑफ स्कोर जानना बेहद जरूरी है। यह आर्टिकल आपको NEET 2025 के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों की श्रेणी-वार (Category-Wise) कट-ऑफ के बारे में विस्तार से बताएगा। हम इसे सरल और मानव लेखन शैली में समझाएंगे, ताकि आपको सारी जानकारी आसानी से समझ आ जाए।

NEET UG 2025 Cut Off Category Wise
NEET कट-ऑफ वह न्यूनतम अंक या रैंक होती है, जो एक उम्मीदवार को मेडिकल या डेंटल कॉलेज में दाखिला पाने के लिए हासिल करनी होती है। यह दो प्रकार की होती है:
- क्वालिफाइंग कट-ऑफ: यह न्यूनतम अंक हैं, जो NEET परीक्षा पास करने के लिए जरूरी हैं। इसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) तय करती है।
- एडमिशन कट-ऑफ: यह वह अंतिम रैंक या अंक है, जिस पर किसी विशेष कॉलेज में दाखिला मिलता है। यह कॉलेज, श्रेणी, और कोटा (All India Quota या State Quota) के आधार पर अलग-अलग होती है।
कट-ऑफ कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे:
- परीक्षा का कठिनाई स्तर
- उम्मीदवारों की संख्या
- उपलब्ध सीटों की संख्या
- पिछले वर्षों की कट-ऑफ ट्रेंड
- श्रेणी (General, OBC, SC, ST, EWS, PwD)
NEET 2025 के लिए अपेक्षित कट-ऑफ (Category-Wise)
2025 की NEET परीक्षा का कठिनाई स्तर पिछले साल की तुलना में अधिक बताया जा रहा है, जिसके कारण कट-ऑफ में मामूली कमी की उम्मीद है। नीचे दी गई तालिका में श्रेणी-वार अपेक्षित कट-ऑफ दी गई है, जो पिछले वर्षों के ट्रेंड और विशेषज्ञों के विश्लेषण पर आधारित है:
श्रेणी (Category) | अपेक्षित कट-ऑफ मार्क्स (Expected Cut-off Marks) | पर्सेंटाइल (Percentile) |
---|---|---|
General (UR) | 720–155 | 50th |
EWS | 720–155 | 50th |
OBC | 154–125 | 40th |
SC | 154–125 | 40th |
ST | 154–125 | 40th |
General-PwD | 154–140 | 45th |
OBC/SC/ST-PwD | 139–125 | 40th |
नोट: ये अपेक्षित कट-ऑफ हैं। वास्तविक कट-ऑफ NTA द्वारा जून 2025 में NEET परिणाम के साथ घोषित की जाएगी।
NEET Cut-off 2025 for MBBS Government College
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दो कोटों के आधार पर होता है:
- 15% ऑल इंडिया कोटा (AIQ): यह राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के आधार पर होता है और कट-ऑफ सामान्य रूप से अधिक होती है।
- 85% स्टेट कोटा: यह उस राज्य के निवासियों के लिए होता है और कट-ऑफ आमतौर पर AIQ से कम होती है।
1. जनरल कैटेगरी (General Category)
जनरल श्रेणी के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला पाने के लिए 550–600+ अंक जरूरी हैं। टॉप कॉलेज जैसे AIIMS दिल्ली के लिए कट-ऑफ 660–670 तक जा सकती है। उदाहरण के लिए:
- AIIMS दिल्ली: 660–670 (रैंक: 50–100)
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली: 680+ (रैंक: 50–150)
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ: 613+ (रैंक: 4000–5000)
2. OBC, SC, ST श्रेणी
इन श्रेणियों के लिए कट-आफ जनरल से कम होती है। सरकारी कॉलेजों में दाखिले के लिए:
- OBC: 500–550 अंक (रैंक: 10,000–20,000)
- SC: 400–450 अंक (रैंक: 50,000–70,000)
- ST: 400–450 अंक (रैंक: 60,000–80,000)
3. EWS (Economically Weaker Section)
EWS की कट-ऑफ जनरल श्रेणी के समान ही होती है, लेकिन कुछ मामलों में थोड़ी कम हो सकती है (लगभग 550–600)। यह कॉलेज और राज्य पर निर्भर करता है।
4. PwD (Persons with Disability)
PwD उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ सामान्य रूप से कम होती है। जनरल-PwD के लिए 140–154 और OBC/SC/ST-PwD के लिए 125–139 अंक अपेक्षित हैं।
राज्य-वार कट-ऑफ में अंतर
हर राज्य की कट-ऑफ अलग-अलग होती है, क्योंकि यह स्टेट कोटा, सीटों की संख्या, और स्थानीय प्रतिस्पर्धा पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए:
- उत्तर प्रदेश: जनरल के लिए 547–613, OBC/SC/ST के लिए 400–500
- तमिलनाडु: जनरल के लिए 600–630, BC के लिए 560–590, SC/ST के लिए 420–590
- कर्नाटक: जनरल के लिए 619 (ESIC मेडिकल कॉलेज, गुलबर्ग), SC के लिए 400–450
- मध्य प्रदेश: जनरल के लिए 550–580, OBC/SC/ST के लिए 400–500
कम प्रतिस्पर्धा वाले राज्यों जैसे गोवा, अरुणाचल प्रदेश, और कर्नाटक में कट-ऑफ अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
कट-ऑफ को प्रभावित करने वाले कारक
- परीक्षा की कठिनाई: NEET 2025 का पेपर कठिन होने के कारण कट-ऑफ पिछले साल (720–162 जनरल के लिए) से कम हो सकती है।
- उम्मीदवारों की संख्या: इस साल 22.7 लाख से अधिक छात्रों ने परीक्षा दी, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ी है।
- सीटों की संख्या: भारत में लगभग 1,01,043 MBBS सीटें हैं, जिनमें से सरकारी कॉलेजों में करीब 50,000+ सीटें हैं।
- रिजर्वेशन पॉलिसी: OBC, SC, ST, और EWS के लिए रिजर्वेशन के कारण कट-ऑफ में अंतर होता है।
पिछले वर्षों की कट-ऑफ (2024)
पिछले साल की कट-ऑफ से अंदाजा लगाया जा सकता है:
- जनरल: 720–162
- OBC/SC/ST: 161–127
- जनरल-PwD: 161–144
- OBC/SC/ST-PwD: 143–127
2024 में कट-ऑफ पिछले पांच सालों में सबसे अधिक थी, लेकिन 2025 में कठिन पेपर के कारण इसमें कमी की उम्मीद है।
सरकारी कॉलेज में दाखिले के लिए टिप्स
- उच्च स्कोर का लक्ष्य रखें: जनरल श्रेणी के लिए 600+ और रिजर्व श्रेणी के लिए 450+ अंक लाने की कोशिश करें।
- काउंसलिंग प्रक्रिया को समझें: MCC (AIQ) और राज्य काउंसलिंग में रजिस्टर करें।
- NEET रैंक प्रेडिक्टर का उपयोग करें: इससे आपको अपनी रैंक और कॉलेज की संभावनाएं पता चलेंगी।
- पिछले वर्षों के ट्रेंड देखें: इससे आपको अपने टारगेट स्कोर का अंदाजा होगा।
- राज्य कोटा का लाभ उठाएं: स्टेट कोटा में कट-ऑफ कम होती है, खासकर रिजर्व श्रेणियों के लिए।
निष्कर्ष
NEET 2025 की कट-ऑफ सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जनरल श्रेणी के लिए 550–600+ और रिजर्व श्रेणियों के लिए 400–550 अंक एक अच्छा टारगेट हो सकता है। हालांकि, टॉप कॉलेजों जैसे AIIMS और मौलाना आजाद के लिए 650+ अंक जरूरी हो सकते हैं। कट-ऑफ हर साल बदलती है, इसलिए नवीनतम अपडेट के लिए NTA की आधिकारिक वेबसाइट (neet.nta.nic.in) और MCC की वेबसाइट (mcc.nic.in) पर नजर रखें।
अपनी मेहनत और रणनीति के साथ, आप अपने सपनों के मेडिकल कॉलेज में जगह बना सकते हैं। शुभकामनाएं!